URL हमारे लिए इंटरनेट पर काम करने के लिए कितना जरुरी है।क्यूंकि URL एक अंग्रेजी शब्द है तो हम जानेंगे की URL meaning in hindi यूआरएल का मतलब हिंदी में क्या होता है
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URL kya hai |
URL क्या होता है ?
यूआरएल (URL) का अर्थ या फिर पूरा नाम "Uniform Resource Locator" होता है, और इसे वेबसाइट तक पहुँचने के लिया बनाया गया है, इसमें कुछ ऐसे एल्गोरिथम को सेट किया जाता है जिससे URL बिलकुल यूनिक रहता है और वेबसाइट को बड़े ही आसानी से पहचान कर लेता है।
URL इंटरनेट पर उपस्थित किसी भी फाइल का पता होता है ,ये वेब-पेज, फाइल,फोटोज़,वीडियोस और अन्य रिसोर्सेज का address होता है. URLs Internet Protocols (IP) network transmissions के द्वारा वेब पेजेस तक पहुंचे का माध्यम होता है
URL का फुल फॉर्म क्या है ?
URL के कितने भाग होते है ?
URL के मुख्य पांच घटक/भाग होते है।
1. Hypertext transfer protocol : http:// और https:// किसी भी यूआरएल की शुरुआत इन्ही प्रोटोकॉल से होती है, http का फुलफॉर्म Hypertext transfer protocol होता है और https का फुलफॉर्म Hypertext transfer protocol secure होता है, प्रोटोकॉल का मतलब निश्चित नियम होते है, इसका मुख्य कार्य web pages को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
2. Sub-Domain : www. मतलब की world wide web इसका मुख्य कार्य वेब पेजेस या डॉक्यूमेंटस के hyperlinks के सेट को रखना होता है और browsers के माध्यम से इन links में उपस्थित कंटेंट को दिखाना होता है।
3. Domain name : google यह एक उद्धरण है डोमेन नाम का इसका इस्तेमाल अपने वेबसाइट को पहचान देने के लिए किया जाता है। वेबसाइट का मालिक अपने इक्षा अनुसार कोई भी उपस्थित डोमेन अपने वेबसाइट के लिए रजिस्टर कर सकता है।
4. Domain extension : .com, .in, .net, .org, .edu यह कुछ उद्धरण है डोमेन एक्सटेंशन के इन्हे टॉप लेवल डोमेन भी कहा जाता है | हर extension का अपना एक अलग महत्त्व है इनका इस्तेमाल भी वेबसाइट या वेव्साय पर निर्भर करता है, जैसे की .com वैसे तो ये एक comercial यानि की व्यापारिक extension हैं लेकिन इसके अत्यधिक प्रचलित होने के कारन आजकल से कोई भी किसी भी प्रकार के वेबसाइट के लिए इस्तेमाल कर लेते है,
.in, .uk, .pk इत्यादि एक्सटेंशन लोकेशन दर्शाते है जैसे की .in हमें बताता है की ये India की वेबसाइट है ठीक वैसे ही UK united kingdome और.pk पाकिस्तान को दर्शाता है, .org यह संस्था को दर्शाता है और .edu यह शिक्षा संस्थानों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
5. Path / File address : /photos/.html यह वेबसाइट विभिन पजो को के एड्रेस को दर्शाता है।
https:// www. google .com/ photos/
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Protocol Sub-domain Domain Extension Path
कुछ URL-Paths अपने डोमेन या सबडोमेन नाम से भी प्रारंभ होते हैं। सबडोमेन, डोमेन नेम सिस्टम (DNS) के जरीए बनने होते हैं जिसका इस्तमाल डोमेन नेम को श्रेणीबद्ध करने के लिए किया जाता है। सबडोमेन एक ही वेबसाइट से संबंधित आपस में आश्रित होते हैं।
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Parameters, Fragments and Query Strings
URL का Parameters, Fragments और Query Strings भी होता है। पैरामीटर खुद ही इसके वेब एड्रेस में ऐड होते हैं। Fragments वेब सर्वर से संयुक्त वेब पेज को अनुरोध किया जाता है जिसे विशेष भाग को ढूँढने या एक्सेस करने के लिए अनुरोध किया जाता है।
क्वेरी स्ट्रिंग्स वेबसाइट से छोटे डेटा अनुरोध जैसे रनटाइम कॉन्फ़िगरेशन, खोज क्वेरी, और अन्य उपयोग के मामले के लिए आवश्यक हैं।
क्या URLs SEO के लिए महत्वपूर्ण हैं?
हाँ, URLs से SEO Optimize करने में बहुत महत्व है। एसईओ के अनुकूल यूआरएल संरचना की मदद से सर्च इंजन रोबोट अपने क्रॉलर सर्वत्रिक गुणवत्ता और पदानुक्रम को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
अच्छी तरह से तैयार किए गए URL, वर्णनात्मक कीवर्ड समृद्ध URL आदि आधुनिक एल्गोरिदम को बताते हैं कि वेबसाइट का कंटेंट लिखने वाले ने किस बात पर जोर दिया है।
यूआरएल रीडायरेक्ट: 301 और 302
URL रीडायरेक्ट, 301 और 302 दोनों HTTP स्थिति कोड हैं। जब कोई वेब पेज रीडायरेक्ट होता है, सर्च इंजन रोबोट्स को ये बताता है कि मूल स्रोत URL से लिंक्ड पेज मूव हो चुका है, इसका नया स्थान क्या है।
ये दो रीडायरेक्ट प्रकार इस्तेमाल करते हैं: 301 रीडायरेक्ट और 302 रीडायरेक्ट। 301 रीडायरेक्ट सर्च इंजन बॉट्स को लॉन्ग-टर्म रीडायरेक्शन बताते हैं, जबकी 302 ये इंडिकेट करता है कि पेज टेम्पररीली मूव हुआ है।